सादर अभिवादन
सावन मनभावन
आज का गीत कुछ यूँ है...
आज का गीत कुछ यूँ है...
अब के सजन सावन में
आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी, मगर तरसेगी नज़र
मिल न सकेंगे दो मन
एक ही आँगन में
अब के सजन सावन...
आज बहुत ढूँढी...
साज में इस गीत का लिंक नहीं मिला
मलाल रहेगा मुझे
सादर
साज में इस गीत का लिंक नहीं मिला
मलाल रहेगा मुझे
सादर
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